Palestine News Today: फिलिस्तीनी समूह के मिलिट्री शाखा हमास ने कहा है कि गाज़ा पट्टी में रखे गए इस्राइल के सात और बंदी घिरे हुए इलाके पर इस्राइल की बमबारी की वजह से मारे गए हैं। हमास के क़सम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने शुक्रवार को टेलीग्राम ऐप पर इस बात की जानकारी दी है।
समूह ने कहा कि पिछले हफ्तों में उनके उन सेनानियों से संपर्क टूटा हुआ है जिन्होंने बंदियों को पकड़ के रखा हुआ था। इसकी जांच के बाद समूह ने इस बात की पुष्टि करी है।
हमास ने 7 October को दक्षिण इस्त्राइली क्षेत्र में किए गए हमले में से लगभग 250 इस्राइली और विदेशी लोगों को ज़ब्त कर के रखा हुआ था जिनमें से अभी भी लगभग 130 लोगों के उनके पास बंदी बने होने की खबर है। क़सम ब्रिगेड ने कहा कि शुक्रवार के बयान में उल्लिखित तीन बंदियों की पहचान कर ली गई है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि सातों की मौत कब हुई थी।
समूह ने कहा कि इजरायली सैन्य अभियानों के परिणामस्वरूप मारे गए इस्राइली बंदियों की कुल संख्या 70 से अधिक हो सकती है।
Palestine News: इज़राइल के लिए ‘दूसरी प्राथमिकता’
दोहा इंस्टीट्यूट फॉर ग्रेजुएट स्टडीज़ में सुरक्षा और सैन्य अध्ययन के प्रोफेसर उमर अशौर (Omar Ashour) ने अल जज़ीरा को बताया कि इस्त्राइली बंदियों की मौत से पता चलता है कि इस्राइली सरकार बनाए गए बंदियों को “माध्यमिक प्राथमिकता” मानती है।
प्रोफेसर अशौर ने कहा कि इस्राइली सेना की पहली प्राथमिकता हमास और अन्य फिलिस्तीनी गुटों की सशस्त्र शाखा को नष्ट करना है, उन्हें किसी भी तरह से कमज़ोर करना है, भले ही इसके लिए उन्हें उनके कुछ बंधकों की जान भी क्यूँ ना गवानी पड़े।
शुक्रवार की रिपोर्ट की गई मौतों से यह भी संकेत मिलता है कि इस्राइल की युद्ध रणनीति अपने उद्देश्यों को प्राप्त नहीं कर रही है, अशौर ने कहा: “हम युद्ध के 147 वें दिन में हैं, और अधिक से अधिक बंधक मर रहे हैं, उनमें से अधिकांश इजरायली गोलीबारी से मर रहे हैं।”
नवंबर में कतर की मध्यस्थता से एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान, इस्राइल द्वारा बनाए गए फिलिस्तीनी बंदियों में से 150 फिलिस्तीन महिलाओं और बच्चों के बदले में 105 इस्राइली बंदियों को छोड़ा गया था। प्रोफेसर अशौर ने कहा कि इस्राइली सरकार यह अच्छे से जानती है कि इस्राइली बंधकों को सुरक्षित रूप से रिहा कराने का एकमात्र तरीका वही है जो पहले किया गया था – किसी प्रकार की बातचीत के माध्यम से, लेकिन इस्राइली सरकार इस बात को स्वीकार नहीं करना चाहते हैं।

Palestine News: संघर्ष विराम बातचीत जारी है
गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गाज़ा पर इस्राइली हमले की वजह से अब तक लगभग 30,228 फिलिस्तीनी लोग मारे जा चुके हैं। जब के 7 अक्टूबर के हमले में इस्राइल में मरने वालों की संख्या 1139 है। मिस्री, कतरी और संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्यस्थ वर्तमान में एक नया संघर्ष विराम लागू करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
व्हाइट हाउस ने कहा कि गुरुवार को टेलीफोन पर करी गयी बातचीत में तीनों देशों के नेताओं ने बताया कि संघर्ष विराम समझौता कैसा हो सकता है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि “नेताओं ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि agary बंधकों की रिहाई करी जाती है तो उसके परिणामस्वरूप गाज़ा में कम से कम छह सप्ताह की अवधि में तत्काल और निरंतर युद्धविराम होगा।”
हालाँकि, इस्राइल की वाल्ला समाचार (Walla News Site) साइट ने एक वरिष्ठ इज़राइली अधिकारी का हवाला देते हुए बताया कि इस्राइल नहीं कतर और मिस्र से यह कहा है कि वह तब तक युद्धविराम वार्ताओं को आगे नहीं बढ़ाएंगे जब तक के हमास उसे यह सूची नहीं भेजता के गाज़ा पट्टी में कितने इस्राइली बंदि जिवित बचे हैं।
वाल्ला की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी ने कहा कि हमास संभावित समझौते के तहत जितने फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने का अनुरोध कर रहा है, इस पर भी इस्राइल हमास से “गंभीर जवाब” मांग रहा है।
स्रोत: Al-Jazeera News
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